नीलम

आमतौर पर ज्योतिष और हस्तरेखा शास्त्र में, किसी की कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर रत्नों की सिफारिश की जाती है। नीलम दो राशियों मकर और कुंभ के साथ काफी अच्छी तरह से मेल खाता है। इन दोनों राशियों पर भगवान शनि का शासन है।

प्राचीन और मध्यकालीन दुनिया में नीलम आकाशीय आस्था और आशा की पराकाष्ठा को दर्शाता था। ऐसा माना जाता था कि उनमें सुरक्षा, आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और सौभाग्य लाने के गुण भी होते हैं। ये कीमती पत्थर आज के समय में भी शक्ति, शक्ति, दयालुता और अच्छे निर्णय का एक मजबूत प्रतीक बने हुए हैं।