सिद्ध माला किसे पहननी चाहिए:
यह एक शक्तिशाली उपचार माला है जो सफल और महत्वाकांक्षी लोगों के लिए आदर्श है जो अपने करियर और व्यवसाय में शीर्ष स्तर तक पहुंचना चाहते हैं। व्यक्ति वह सब कुछ प्राप्त कर सकता है जिसकी वह आकांक्षा रखता है, जैसे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष।
जब कोई व्यक्ति इस माला को पहनता है या इसकी पूजा करता है तो उसे मंत्रों की शक्ति के साथ-साथ विभिन्न देवताओं से बहुत उच्च स्तर की दिव्य ऊर्जा का अनुभव होता है। उसके ऊर्जा केंद्र लगातार नकारात्मकता से साफ होते हैं और सकारात्मक दिव्य ऊर्जा उसके अंदर प्रवाहित होती है। शास्त्रों के अनुसार दिव्य ऊर्जा अच्छा स्वास्थ्य, धन, प्रसिद्धि और भाग्य लाती है।
अपने रुद्राक्ष का रखरखाव कैसे करें:
- हम अंतिम संस्कार स्थल पर जाते समय तथा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष उतारने का सुझाव देते हैं।
- सुविधा के लिए रात को सोते समय रुद्राक्ष को उतार देने की भी सिफारिश की जाती है।
- साबुन के प्रयोग से मोतियों में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए हम स्नान के दौरान मोतियों को निकालने का सुझाव देते हैं।
- रुद्राक्ष को पानी से साफ करें और नियमित अंतराल पर उस पर तेल लगाएं (बादाम का तेल या कोई भी खाद्य तेल)। सप्ताह या महीने में एक बार पर्याप्त होना चाहिए।
- अगले दिन इसे धारण करने से पहले रुद्राक्ष के बीज मंत्र 'ओम नमः शिवाय' का कम से कम 9 बार जाप करें।
- जब भी संभव हो, अपने रुद्राक्ष की पूजा करें, इसे शिवलिंग पर स्पर्श कराएं और पहनने से पहले 11 बार 'ओम नमः शिवाय' का जाप करें।
- रुद्राक्ष मजबूत मोती होते हैं जो कई वर्षों तक टिक सकते हैं और साथ ही अगली पीढ़ियों को भी हस्तांतरित किए जा सकते हैं।